मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अधिकारियों को हटाने के बाद भी व्यवस्था में खास सुधार नहीं हो पाया है। खासकर कोविड के गंभीर मरीजों को अब भी तुरंत में सुविधा नहीं मिल रही है। इस कारण से बुधवार की शाम को एक संक्रमित वृद्ध मरीज की ऑक्सीजन के अभाव में मौत हो गई। मृतक अररिया जिले के नरपतगंज प्रखंड के मीरदौल गांव के 65 वर्षीय बैद्यनाथ सिंह थे। नीतेश कुमार ने बताया कि उनके नाना 24 अगस्त को संक्रमित हुए थे।
पटना में डॉक्टर ने उन्हें होम आइसोलेशन में रहने को कहा था। उसके बाद उन्हें लेकर वे लोग घर चले आए। इस बीच बुधवार काे उन्हें परेशानी महसूस हुई, तो परिजन उन्हें लेकर मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज आए। नीतेश ने बताया कि कोविड वार्ड में जाने के लिए थर्ड फ्लोर पर लिफ्ट नहीं मिलने के कारण उन्हें सीढ़ी से ही शाम के लगभग चार बजे टोकन कटाकर वार्ड में भर्ती किए।
तैनान नर्स काे नहीं आता था ऑक्सीजन लेवल मापना
नीतेश ने बताया कि वहां अटेंडेंट नहीं होने के कारण खुद ही पीपीई किट पहनकर नाना को बेड तक ले गए। नाना स्वस्थ थे, लेकिन सीढ़ी से चढ़कर जाने के कारण उनका दम फूलने लगा। इसके बाद ऑक्सीजन के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन कोई मदद करने नहीं आया। 53 मिनट के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आए स्टाफ ने कहा कि अब आपके नाना नहीं रहे।
नीतेश ने कहा कि यहां की व्यवस्था काफी खराब है। पूरे वार्ड के लिए मात्र एक नर्स थीं। उसे भी ऑक्सीजन लेवल मापना नहीं आता था। नीतेश ने यह भी बताया कि वार्ड में नर्सों की कमी के कारण अधिकांश कोरोना संक्रमित मरीजों के अटेंडेंड को वार्ड में रहना पड़ता है। बुधवार को एक और संक्रमित की मौत हुई है। एडीएम शिवकुमार शैव ने बताया कि फिलहाल मामले की जानकारी नहीं है। अस्पताल से पता कराकर व्यवस्था को ठीक कराया जाएगा।
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