दिघरा से व्यवसायी के पुत्री की बरामदगी की मांग काे लेकर जिले में बुधवार काे भी प्रतिवाद मार्च, अनशन, धरना चलता रहा। राज्य महिला आयाेग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा भी शहर पहुंचीं। उन्हाेंने इस घटना पर गहरी चिंता जताई। किशाेरी के परिजन व अधिकारियाें के साथ बैठक के बाद एसएसपी काे इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। इस बीच अच्छी खबर ये रही कि दिल्ली में कैंप कर रही पुलिस टीम ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से अपहरण के आरोपित के साथ उक्त लड़की को बुधवार की देर शाम बरामद कर लिया। बताया गया है कि युवक उसे किराया का मकान लेकर उसमें रखे हुए था। दिल्ली पुलिस की मदद से लड़की की बरामदगी हुई। विशेष पुलिस टीम लड़की को लेकर मुजफ्फरपुर के लिए देर रात रवाना हो गई। हालांकि, एसएसपी जयंत कांत ने बरामदगी की पुष्टि करने से अभी मना कर दिया। उधर, कई पुलिस अधिकारी का कहना है कि गुरुवार की सुबह तक कुछ गुड न्यूज़ मिलेगा। गाैरतलब है कि दीघरा निवासी व्यवसाई शंभू पांडेय ने घर में डकैती के दाैरान बेटी के अपहरण की बात कही थी। लुटेराें द्वारा 3 लाख के गहने व 50 हजार नकद समेत 5 लाख की संपत्ति लूटने का आराेप लगाया था। 3 सितंबर की रात हुई इस घटना के विराेध में जिले में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन, अनशन जारी है। एसएसपी के यह कहने पर कि मामला डकैती का नहीं है, व्यवसायी ने कहा कि अलमीरा व बक्से का सामान कैसे घर में बिखरा हुआ था। पुलिस अधिकारी ये बताएं कि उनकी बेटी बरामद कब होगी। ...ताे क्या एसएसपी ने जाे कहा था वही सच है व्यवसायी की अपहृत पुत्री की दिल्ली से बरामदगी के बाद यह लगने लगा है कि इस मामले में एसएसपी ने जाे कहा था वह सच है। दिघरा रामपुर साह गांव निवासी व्यवसाई शंभू पांडेय के घर डकैती की बात से इनकार करते हुए एसएसपी जयंत कांत ने साेमवार काे कहा था कि बच्ची के अपहरण का मामला है, घर में लूटपाट नहीं हुई। कहा कि जिस मोबाइल के लूट की बात कही गई, वह एक दिन पहले से ही बंद है। पुलिस टीम बरामदगी की दिशा में पूरी मुश्तैदी से काम कर रही है। हालांकि, उन्हाेंने बुधवार काे किशाेरी की दिल्ली से बरामदगी की पुष्टि नहीं की। ऐसे में उसे शहर लाए जाने के बाद ही मामले में पूरी हकीकत सामने आएगी। शहर में दिनभर प्रतिवाद मार्च धरना-अनशन व्यवसायी की पुत्री की बरामदगी की मांग को लेकर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च निकाला। उसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिला जिसमें मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह, धर्मवीर शुक्ला, रानू शंकर, शत्रुघ्न सहनी, प्रवीण साह, उदय चौधरी, अली इरफान अफरोज, आदि शामिल थे। उधर, डॉ. शिवप्रिय तीसरे दिन भी अनशन पर बैठे रहे। तो, छाता चौक पर अशोक देशभक्त भी अनशन पर बैठे। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा समेत अन्य नेतागण परिजन से मिले: यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के बैनर तले पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण सिंह, पूर्व मंत्री नागमणि, पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, पूर्व सांसद देवेंद्र यादव आदि नेता परिजन से मिले। इन नेताओं ने पुलिस प्रशासन से अगवा लड़की की अविलंब बरामदगी की मांग की। राज्य महिला आयाेग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने एसएसपी से कहा- पुलिस सख्त कार्रवाई करे राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा मंगलवार को दिघरा से डकैती के दौरान अगवा की गई लड़की के परिजनों से मुलाकात की। उनसे परिजनों ने बताया कि डकैती की घटना के बाद जब पुलिस पहुंची तो उन्हाेंने सीमा सील करने की मांग की। इस पर पुलिस अधिकारी ने ऑर्डर नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। अध्यक्ष ने पुलिस की इस लापरवाही पर आपत्ति जताई। दूसरी ओर, एसएसपी ने महिला आयोग के अध्यक्ष के साथ बैठक में कहा कि डकैती नहीं हुई है। कथित डकैती की घटना के एक दिन पहले लड़की को अगवा किया गया था। एसएसपी ने उन्हें लड़की की सकुशल बरामदगी को लेकर आश्वस्त किया। आयोग की अध्यक्ष ने बताया, उन्हाेंने परिजनों से मुलाकात की है। परिजन डरे हैं। लड़की के पिता ने बताया, 3 व 4 सितंबर की रात 2 बजे डकैती हुई। सूचना पर जब सदर पुलिस पहुंची तो उन लोगों ने कहा, जल्द जिले के सीमा सील करा दें, ताकि अपराधी लड़की को लेकर भागे नहीं। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा, यह ऑर्डर नहीं है। आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि पुलिस का यह कहना गलत है। एसएसपी ने इस पर जांच कराने की बात कही है। परिजनों से मिलने के बाद सर्किट हाउस में एसएसपी, सिटी एसपी, टाउन डीएसपी व थानाध्यक्ष के साथ घटनाक्रम की समीक्षा की। इस दौरान एसएसपी द्वारा बताया गया की डकैती की कोई घटना नहीं हुई है। जिस दिन डकैती की घटना बताई जा रही है, उससे एक दिन पहले ही लड़की को अगवा किया गया है। परिजनों ने लड़की की अपने स्तर से खोजबीन भी की। अपहृत लड़की मोबाइल से जो बातचीत की है, उसकी रिकॉर्डिंग भी पुलिस के पास है। पुलिस अधिकारी ने रिकॉर्डिंग भी सुनाई है। इधर, मीनापुर के रेप पीड़िता को आरोपितों द्वारा केस उठाने की धमकी के मामले में अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने डीएम को पत्र लिखकर मुआवजा देने के लिए कहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Daughter of abducted businessman from Dighra recovered from Delhi-Haryana border, kidnapper also in police custody - VTM Breaking News

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Thursday, September 10, 2020

दिघरा से व्यवसायी के पुत्री की बरामदगी की मांग काे लेकर जिले में बुधवार काे भी प्रतिवाद मार्च, अनशन, धरना चलता रहा। राज्य महिला आयाेग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा भी शहर पहुंचीं। उन्हाेंने इस घटना पर गहरी चिंता जताई। किशाेरी के परिजन व अधिकारियाें के साथ बैठक के बाद एसएसपी काे इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। इस बीच अच्छी खबर ये रही कि दिल्ली में कैंप कर रही पुलिस टीम ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से अपहरण के आरोपित के साथ उक्त लड़की को बुधवार की देर शाम बरामद कर लिया। बताया गया है कि युवक उसे किराया का मकान लेकर उसमें रखे हुए था। दिल्ली पुलिस की मदद से लड़की की बरामदगी हुई। विशेष पुलिस टीम लड़की को लेकर मुजफ्फरपुर के लिए देर रात रवाना हो गई। हालांकि, एसएसपी जयंत कांत ने बरामदगी की पुष्टि करने से अभी मना कर दिया। उधर, कई पुलिस अधिकारी का कहना है कि गुरुवार की सुबह तक कुछ गुड न्यूज़ मिलेगा। गाैरतलब है कि दीघरा निवासी व्यवसाई शंभू पांडेय ने घर में डकैती के दाैरान बेटी के अपहरण की बात कही थी। लुटेराें द्वारा 3 लाख के गहने व 50 हजार नकद समेत 5 लाख की संपत्ति लूटने का आराेप लगाया था। 3 सितंबर की रात हुई इस घटना के विराेध में जिले में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन, अनशन जारी है। एसएसपी के यह कहने पर कि मामला डकैती का नहीं है, व्यवसायी ने कहा कि अलमीरा व बक्से का सामान कैसे घर में बिखरा हुआ था। पुलिस अधिकारी ये बताएं कि उनकी बेटी बरामद कब होगी। ...ताे क्या एसएसपी ने जाे कहा था वही सच है व्यवसायी की अपहृत पुत्री की दिल्ली से बरामदगी के बाद यह लगने लगा है कि इस मामले में एसएसपी ने जाे कहा था वह सच है। दिघरा रामपुर साह गांव निवासी व्यवसाई शंभू पांडेय के घर डकैती की बात से इनकार करते हुए एसएसपी जयंत कांत ने साेमवार काे कहा था कि बच्ची के अपहरण का मामला है, घर में लूटपाट नहीं हुई। कहा कि जिस मोबाइल के लूट की बात कही गई, वह एक दिन पहले से ही बंद है। पुलिस टीम बरामदगी की दिशा में पूरी मुश्तैदी से काम कर रही है। हालांकि, उन्हाेंने बुधवार काे किशाेरी की दिल्ली से बरामदगी की पुष्टि नहीं की। ऐसे में उसे शहर लाए जाने के बाद ही मामले में पूरी हकीकत सामने आएगी। शहर में दिनभर प्रतिवाद मार्च धरना-अनशन व्यवसायी की पुत्री की बरामदगी की मांग को लेकर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च निकाला। उसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिला जिसमें मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह, धर्मवीर शुक्ला, रानू शंकर, शत्रुघ्न सहनी, प्रवीण साह, उदय चौधरी, अली इरफान अफरोज, आदि शामिल थे। उधर, डॉ. शिवप्रिय तीसरे दिन भी अनशन पर बैठे रहे। तो, छाता चौक पर अशोक देशभक्त भी अनशन पर बैठे। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा समेत अन्य नेतागण परिजन से मिले: यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के बैनर तले पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण सिंह, पूर्व मंत्री नागमणि, पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, पूर्व सांसद देवेंद्र यादव आदि नेता परिजन से मिले। इन नेताओं ने पुलिस प्रशासन से अगवा लड़की की अविलंब बरामदगी की मांग की। राज्य महिला आयाेग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने एसएसपी से कहा- पुलिस सख्त कार्रवाई करे राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा मंगलवार को दिघरा से डकैती के दौरान अगवा की गई लड़की के परिजनों से मुलाकात की। उनसे परिजनों ने बताया कि डकैती की घटना के बाद जब पुलिस पहुंची तो उन्हाेंने सीमा सील करने की मांग की। इस पर पुलिस अधिकारी ने ऑर्डर नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। अध्यक्ष ने पुलिस की इस लापरवाही पर आपत्ति जताई। दूसरी ओर, एसएसपी ने महिला आयोग के अध्यक्ष के साथ बैठक में कहा कि डकैती नहीं हुई है। कथित डकैती की घटना के एक दिन पहले लड़की को अगवा किया गया था। एसएसपी ने उन्हें लड़की की सकुशल बरामदगी को लेकर आश्वस्त किया। आयोग की अध्यक्ष ने बताया, उन्हाेंने परिजनों से मुलाकात की है। परिजन डरे हैं। लड़की के पिता ने बताया, 3 व 4 सितंबर की रात 2 बजे डकैती हुई। सूचना पर जब सदर पुलिस पहुंची तो उन लोगों ने कहा, जल्द जिले के सीमा सील करा दें, ताकि अपराधी लड़की को लेकर भागे नहीं। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा, यह ऑर्डर नहीं है। आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि पुलिस का यह कहना गलत है। एसएसपी ने इस पर जांच कराने की बात कही है। परिजनों से मिलने के बाद सर्किट हाउस में एसएसपी, सिटी एसपी, टाउन डीएसपी व थानाध्यक्ष के साथ घटनाक्रम की समीक्षा की। इस दौरान एसएसपी द्वारा बताया गया की डकैती की कोई घटना नहीं हुई है। जिस दिन डकैती की घटना बताई जा रही है, उससे एक दिन पहले ही लड़की को अगवा किया गया है। परिजनों ने लड़की की अपने स्तर से खोजबीन भी की। अपहृत लड़की मोबाइल से जो बातचीत की है, उसकी रिकॉर्डिंग भी पुलिस के पास है। पुलिस अधिकारी ने रिकॉर्डिंग भी सुनाई है। इधर, मीनापुर के रेप पीड़िता को आरोपितों द्वारा केस उठाने की धमकी के मामले में अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने डीएम को पत्र लिखकर मुआवजा देने के लिए कहा है। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Daughter of abducted businessman from Dighra recovered from Delhi-Haryana border, kidnapper also in police custody

दिघरा से व्यवसायी के पुत्री की बरामदगी की मांग काे लेकर जिले में बुधवार काे भी प्रतिवाद मार्च, अनशन, धरना चलता रहा। राज्य महिला आयाेग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा भी शहर पहुंचीं। उन्हाेंने इस घटना पर गहरी चिंता जताई। किशाेरी के परिजन व अधिकारियाें के साथ बैठक के बाद एसएसपी काे इस मामले में सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। इस बीच अच्छी खबर ये रही कि दिल्ली में कैंप कर रही पुलिस टीम ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से अपहरण के आरोपित के साथ उक्त लड़की को बुधवार की देर शाम बरामद कर लिया।

बताया गया है कि युवक उसे किराया का मकान लेकर उसमें रखे हुए था। दिल्ली पुलिस की मदद से लड़की की बरामदगी हुई। विशेष पुलिस टीम लड़की को लेकर मुजफ्फरपुर के लिए देर रात रवाना हो गई। हालांकि, एसएसपी जयंत कांत ने बरामदगी की पुष्टि करने से अभी मना कर दिया। उधर, कई पुलिस अधिकारी का कहना है कि गुरुवार की सुबह तक कुछ गुड न्यूज़ मिलेगा।
गाैरतलब है कि दीघरा निवासी व्यवसाई शंभू पांडेय ने घर में डकैती के दाैरान बेटी के अपहरण की बात कही थी। लुटेराें द्वारा 3 लाख के गहने व 50 हजार नकद समेत 5 लाख की संपत्ति लूटने का आराेप लगाया था। 3 सितंबर की रात हुई इस घटना के विराेध में जिले में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन, अनशन जारी है। एसएसपी के यह कहने पर कि मामला डकैती का नहीं है, व्यवसायी ने कहा कि अलमीरा व बक्से का सामान कैसे घर में बिखरा हुआ था। पुलिस अधिकारी ये बताएं कि उनकी बेटी बरामद कब होगी।

...ताे क्या एसएसपी ने जाे कहा था वही सच है

व्यवसायी की अपहृत पुत्री की दिल्ली से बरामदगी के बाद यह लगने लगा है कि इस मामले में एसएसपी ने जाे कहा था वह सच है। दिघरा रामपुर साह गांव निवासी व्यवसाई शंभू पांडेय के घर डकैती की बात से इनकार करते हुए एसएसपी जयंत कांत ने साेमवार काे कहा था कि बच्ची के अपहरण का मामला है, घर में लूटपाट नहीं हुई।

कहा कि जिस मोबाइल के लूट की बात कही गई, वह एक दिन पहले से ही बंद है। पुलिस टीम बरामदगी की दिशा में पूरी मुश्तैदी से काम कर रही है। हालांकि, उन्हाेंने बुधवार काे किशाेरी की दिल्ली से बरामदगी की पुष्टि नहीं की। ऐसे में उसे शहर लाए जाने के बाद ही मामले में पूरी हकीकत सामने आएगी।

शहर में दिनभर प्रतिवाद मार्च धरना-अनशन

व्यवसायी की पुत्री की बरामदगी की मांग को लेकर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रतिवाद मार्च निकाला। उसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिला जिसमें मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह, धर्मवीर शुक्ला, रानू शंकर, शत्रुघ्न सहनी, प्रवीण साह, उदय चौधरी, अली इरफान अफरोज, आदि शामिल थे। उधर, डॉ. शिवप्रिय तीसरे दिन भी अनशन पर बैठे रहे। तो, छाता चौक पर अशोक देशभक्त भी अनशन पर बैठे।

पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा समेत अन्य नेतागण परिजन से मिले: यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के बैनर तले पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा, जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण सिंह, पूर्व मंत्री नागमणि, पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा, पूर्व सांसद देवेंद्र यादव आदि नेता परिजन से मिले। इन नेताओं ने पुलिस प्रशासन से अगवा लड़की की अविलंब बरामदगी की मांग की।

राज्य महिला आयाेग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने एसएसपी से कहा- पुलिस सख्त कार्रवाई करे

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा मंगलवार को दिघरा से डकैती के दौरान अगवा की गई लड़की के परिजनों से मुलाकात की। उनसे परिजनों ने बताया कि डकैती की घटना के बाद जब पुलिस पहुंची तो उन्हाेंने सीमा सील करने की मांग की। इस पर पुलिस अधिकारी ने ऑर्डर नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। अध्यक्ष ने पुलिस की इस लापरवाही पर आपत्ति जताई। दूसरी ओर, एसएसपी ने महिला आयोग के अध्यक्ष के साथ बैठक में कहा कि डकैती नहीं हुई है।

कथित डकैती की घटना के एक दिन पहले लड़की को अगवा किया गया था। एसएसपी ने उन्हें लड़की की सकुशल बरामदगी को लेकर आश्वस्त किया। आयोग की अध्यक्ष ने बताया, उन्हाेंने परिजनों से मुलाकात की है। परिजन डरे हैं। लड़की के पिता ने बताया, 3 व 4 सितंबर की रात 2 बजे डकैती हुई। सूचना पर जब सदर पुलिस पहुंची तो उन लोगों ने कहा, जल्द जिले के सीमा सील करा दें, ताकि अपराधी लड़की को लेकर भागे नहीं। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा, यह ऑर्डर नहीं है। आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि पुलिस का यह कहना गलत है।

एसएसपी ने इस पर जांच कराने की बात कही है। परिजनों से मिलने के बाद सर्किट हाउस में एसएसपी, सिटी एसपी, टाउन डीएसपी व थानाध्यक्ष के साथ घटनाक्रम की समीक्षा की। इस दौरान एसएसपी द्वारा बताया गया की डकैती की कोई घटना नहीं हुई है। जिस दिन डकैती की घटना बताई जा रही है, उससे एक दिन पहले ही लड़की को अगवा किया गया है।

परिजनों ने लड़की की अपने स्तर से खोजबीन भी की। अपहृत लड़की मोबाइल से जो बातचीत की है, उसकी रिकॉर्डिंग भी पुलिस के पास है। पुलिस अधिकारी ने रिकॉर्डिंग भी सुनाई है। इधर, मीनापुर के रेप पीड़िता को आरोपितों द्वारा केस उठाने की धमकी के मामले में अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने डीएम को पत्र लिखकर मुआवजा देने के लिए कहा है।



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