एक तरफ जहां शहर के ज्यादातर इलाके जलजमाव झेल रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर, शहर में 40 साल पुरानी पाइपलाइन से पानी आपूर्ति की वजह से तिनकाेठिया समेत कई इलाके में गंदा पानी लोगों के घर में सप्लाई की जा रही है। शहर में पेयजल की ऐसी स्थिति तब है, जब नगर निगम के खजाने में 48 करोड़ रुपए पड़े हैं। हर घर नल-जल योजना के तहत शहर के सभी 49 वार्डाें में नई पाइपलाइन बिछाकर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करनी है। एक साल में तीन बार टेंडर हुआ, हर बार कैंसिल करना पड़ा। हर घर जल-नल योजना से शहरी क्षेत्र में 98 बोरिंग होनी है। 10-10 हजार लीटर क्षमता के 172 नए वाटर टावर खड़े करने हैं। 30 हजार घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए 225 किमी पाइपलाइन बिछाना है। यह सब काम 6 माह में ही पूरा कर लेना था। लेकिन, अब तक टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। जबकि, बेगूसराय निगम क्षेत्र में 128 करोड़ लागत से जनवरी 2019 में ही पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है। इन इलाकों में पहली बार निगम करेगा पानी की सप्लाई शहर के 12 वार्डाें में अब तक नगर निगम का पाइप नहीं पहुंच सका है। कुछ वैसे वार्ड भी हैं, जहां महज 20 फीसदी इलाके में पानी की सप्लाई हो रही है। वार्ड-11, 12, 13, 14 सिकंदरपुर बांध से जुड़े सिकंदरपुर स्लम बस्ती, मुक्तिनाथ धाम, रामेश्वर कॉलेज इलाके में पाइप बिछाना है। वार्ड-31 में आरडीएस कॉलेज से आगे आज तक पाइप नहीं पहुंचा। वार्ड-7 में बीबीगंज आनंदपुरी, गोविंदपुरी, चित्रकूट नगर इलाके में भी इसी तरह की स्थिति है। वार्ड-49 में बेला, मिठनपुरा इलाके के साथ पीएनटी चौक इलाका, रामबाग, जयप्रकाश नगर, खादी भंडार इन सभी इलाकों में परेशानी हो रही है। निगम बोर्ड की पहली बैठक से पेयजल की समस्या उठ रही है। पैसा रहने के बाद भी अधिकारियों की लापरवाही से लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है। नगर विकास मंत्री व प्रधान सचिव को भी स्थिति से अवगत कराया गया। फिर भी शहर में शुद्ध पेयजल की समस्या है। तीन बार टेंडर क्यों कैंसिल हुआ। इसके लिए जवाबदेही तय कर अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। - मानमर्दन शुक्ला, डिप्टी मेयर तकनीकी वजह से हेड क्वार्टर ने टेंडर को स्वीकृति नहीं दी थी। फिर से टेंडर प्रक्रिया चल रही है। लॉकडाउन की वजह से कुछ समय लग रहा है‌। अगले सप्ताह में 24 ग्रुप के फिर टेंडर की डेट निर्धारित की गई है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद शहर में जल्द ही हर घर नल-जल योजना का काम शुरू किया जाएगा। - मनेष कुमार मीणा, नगर आयुक्त Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today - VTM Breaking News

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Sunday, August 02, 2020

एक तरफ जहां शहर के ज्यादातर इलाके जलजमाव झेल रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर, शहर में 40 साल पुरानी पाइपलाइन से पानी आपूर्ति की वजह से तिनकाेठिया समेत कई इलाके में गंदा पानी लोगों के घर में सप्लाई की जा रही है। शहर में पेयजल की ऐसी स्थिति तब है, जब नगर निगम के खजाने में 48 करोड़ रुपए पड़े हैं। हर घर नल-जल योजना के तहत शहर के सभी 49 वार्डाें में नई पाइपलाइन बिछाकर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करनी है। एक साल में तीन बार टेंडर हुआ, हर बार कैंसिल करना पड़ा। हर घर जल-नल योजना से शहरी क्षेत्र में 98 बोरिंग होनी है। 10-10 हजार लीटर क्षमता के 172 नए वाटर टावर खड़े करने हैं। 30 हजार घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए 225 किमी पाइपलाइन बिछाना है। यह सब काम 6 माह में ही पूरा कर लेना था। लेकिन, अब तक टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। जबकि, बेगूसराय निगम क्षेत्र में 128 करोड़ लागत से जनवरी 2019 में ही पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है। इन इलाकों में पहली बार निगम करेगा पानी की सप्लाई शहर के 12 वार्डाें में अब तक नगर निगम का पाइप नहीं पहुंच सका है। कुछ वैसे वार्ड भी हैं, जहां महज 20 फीसदी इलाके में पानी की सप्लाई हो रही है। वार्ड-11, 12, 13, 14 सिकंदरपुर बांध से जुड़े सिकंदरपुर स्लम बस्ती, मुक्तिनाथ धाम, रामेश्वर कॉलेज इलाके में पाइप बिछाना है। वार्ड-31 में आरडीएस कॉलेज से आगे आज तक पाइप नहीं पहुंचा। वार्ड-7 में बीबीगंज आनंदपुरी, गोविंदपुरी, चित्रकूट नगर इलाके में भी इसी तरह की स्थिति है। वार्ड-49 में बेला, मिठनपुरा इलाके के साथ पीएनटी चौक इलाका, रामबाग, जयप्रकाश नगर, खादी भंडार इन सभी इलाकों में परेशानी हो रही है। निगम बोर्ड की पहली बैठक से पेयजल की समस्या उठ रही है। पैसा रहने के बाद भी अधिकारियों की लापरवाही से लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है। नगर विकास मंत्री व प्रधान सचिव को भी स्थिति से अवगत कराया गया। फिर भी शहर में शुद्ध पेयजल की समस्या है। तीन बार टेंडर क्यों कैंसिल हुआ। इसके लिए जवाबदेही तय कर अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। - मानमर्दन शुक्ला, डिप्टी मेयर तकनीकी वजह से हेड क्वार्टर ने टेंडर को स्वीकृति नहीं दी थी। फिर से टेंडर प्रक्रिया चल रही है। लॉकडाउन की वजह से कुछ समय लग रहा है‌। अगले सप्ताह में 24 ग्रुप के फिर टेंडर की डेट निर्धारित की गई है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद शहर में जल्द ही हर घर नल-जल योजना का काम शुरू किया जाएगा। - मनेष कुमार मीणा, नगर आयुक्त Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today

एक तरफ जहां शहर के ज्यादातर इलाके जलजमाव झेल रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर, शहर में 40 साल पुरानी पाइपलाइन से पानी आपूर्ति की वजह से तिनकाेठिया समेत कई इलाके में गंदा पानी लोगों के घर में सप्लाई की जा रही है। शहर में पेयजल की ऐसी स्थिति तब है, जब नगर निगम के खजाने में 48 करोड़ रुपए पड़े हैं। हर घर नल-जल योजना के तहत शहर के सभी 49 वार्डाें में नई पाइपलाइन बिछाकर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करनी है। एक साल में तीन बार टेंडर हुआ, हर बार कैंसिल करना पड़ा।

हर घर जल-नल योजना से शहरी क्षेत्र में 98 बोरिंग होनी है। 10-10 हजार लीटर क्षमता के 172 नए वाटर टावर खड़े करने हैं। 30 हजार घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए 225 किमी पाइपलाइन बिछाना है। यह सब काम 6 माह में ही पूरा कर लेना था। लेकिन, अब तक टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। जबकि, बेगूसराय निगम क्षेत्र में 128 करोड़ लागत से जनवरी 2019 में ही पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है।

इन इलाकों में पहली बार निगम करेगा पानी की सप्लाई
शहर के 12 वार्डाें में अब तक नगर निगम का पाइप नहीं पहुंच सका है। कुछ वैसे वार्ड भी हैं, जहां महज 20 फीसदी इलाके में पानी की सप्लाई हो रही है। वार्ड-11, 12, 13, 14 सिकंदरपुर बांध से जुड़े सिकंदरपुर स्लम बस्ती, मुक्तिनाथ धाम, रामेश्वर कॉलेज इलाके में पाइप बिछाना है। वार्ड-31 में आरडीएस कॉलेज से आगे आज तक पाइप नहीं पहुंचा। वार्ड-7 में बीबीगंज आनंदपुरी, गोविंदपुरी, चित्रकूट नगर इलाके में भी इसी तरह की स्थिति है। वार्ड-49 में बेला, मिठनपुरा इलाके के साथ पीएनटी चौक इलाका, रामबाग, जयप्रकाश नगर, खादी भंडार इन सभी इलाकों में परेशानी हो रही है।

निगम बोर्ड की पहली बैठक से पेयजल की समस्या उठ रही है। पैसा रहने के बाद भी अधिकारियों की लापरवाही से लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है। नगर विकास मंत्री व प्रधान सचिव को भी स्थिति से अवगत कराया गया। फिर भी शहर में शुद्ध पेयजल की समस्या है। तीन बार टेंडर क्यों कैंसिल हुआ। इसके लिए जवाबदेही तय कर अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। - मानमर्दन शुक्ला, डिप्टी मेयर

तकनीकी वजह से हेड क्वार्टर ने टेंडर को स्वीकृति नहीं दी थी। फिर से टेंडर प्रक्रिया चल रही है। लॉकडाउन की वजह से कुछ समय लग रहा है‌। अगले सप्ताह में 24 ग्रुप के फिर टेंडर की डेट निर्धारित की गई है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद शहर में जल्द ही हर घर नल-जल योजना का काम शुरू किया जाएगा। - मनेष कुमार मीणा, नगर आयुक्त



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