https://ift.tt/38G897K दो प्रतिशत हिंदू आबादी वाले इंडोनेशिया में राम-शिव रचे बसे हैं, यहां दीपावली पर अहम् दूर करने को 30 दिन का व्रत रखा जाता है - VTM Breaking News

Untitled+design

English AND Hindi News latest,Viral,Breaking,Live,Website,India,World,Sport,Business,Movie,Serial,tv,crime,All Type News

Post Top Ad

Amazon Best Offer

Saturday, November 14, 2020

demo-image

https://ift.tt/38G897K दो प्रतिशत हिंदू आबादी वाले इंडोनेशिया में राम-शिव रचे बसे हैं, यहां दीपावली पर अहम् दूर करने को 30 दिन का व्रत रखा जाता है


orig_f2_1605313657

भले ही मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में हिंदुओं की आबादी 2% से कम है। लेकिन राम और शिव यहां की संस्कृति में रचे-बसे हुए हैं। यहां हर तीज-त्योहार वैसे ही मनते हैं, जैसे भारत में मनाए जाते हैं। यहां बाली, सुमात्रा और सुलावेसी, पश्चिम पापुआ में दीपावली प्रमुख पर्व है। दीपावली के लिए अनुष्ठान 30 दिन पहले शुरू हो जाते हैं। लोग 30 दिनों तक व्रत रखते हैं। हालांकि अब इस परंपरा को कुछ ही लोग निभाते हैं।

सुमात्रा के मेदान में रहने वाले डी. सुरेश कुमार बताते हैं कि 30 दिनों का यह व्रत आत्म नियंत्रण, खुद की खोज, अपनी कमियों को सुधारने और दीपावली से नई शुरुआत के रास्ते खोलता है। इन 30 दिनों में हम घरों को सजाते हैं। रंग-रोगन करते हैं। दीये जलाते हैं। दीपावली की सुबह स्नान करके सपरिवार मंदिर जाते हैं। परिचितों और दोस्तों के घर जाते हैं। रात्रि पूजन के बाद माता-पिता और बुजुर्गों के पैर छूते हैं। अहम् को दूर करने के लिए क्षमा मांगते हैं। आतिशबाजी का भी चलन है। इटली के घुमक्कड़ लेखक वर्थीमा ने 1502 से 1508 के बीच दक्षिण एशिया का दौरा किया था।

उन्होंने यात्रा वृत्तांत में भारत के विजयनगर की तरह सुमात्रा द्वीप में भी आतिशबाजी का उल्लेख किया है। यहां कुछ जगहों पर दीपावली अधर्म पर धर्म की जीत के तौर पर मनाया जाता है। स्थानीय भाषा में इसे गलुंगन कहते हैं। यह पर्व हर 210 दिन पर पड़ता है। यहां हिंदुओं का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र जावा के योगाकार्ता शहर स्थित प्रम्बनन मंदिर है। 850 ईस्वी में बना यह मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में है। यहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश के मंदिर है।

इसे संजय वंश के शासक रकाई पिकातन ने बनवाया था। इसी मंदिर का पुराविष्ट एंफीथियेटर रोजाना होने वाले रामायण मंचन के लिए मशहूर है। 1976 से यहां हर रोज रामायण का मंचन होता है। यह दुनिया का सबसे लंबे समय से चलने वाला स्टेज शो भी है। प्रतिभागी से लेकर दर्शक तक में बड़ी तादाद में मुस्लिम समुदाय भी हिस्सा लेता है। सीता के पिता जनक का किरदार करने वाले अली नूर बताते हैं, ‘हम लोग सिर्फ मुस्लिम नहीं, जावानीज भी हैं।

यहां हम हिंदू-बौद्ध कहानियां सुनकर बड़े हुए हैं।’ 20 हजार से ज्यादा मंदिर वाले बाली में 80% हिंदू आबादी है। इंडोनेशिया के ज्यादातर लोग रामायण पर विश्वास करते हैं। हिंदुओं की धार्मिक शिक्षा में रामायण को अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है। यह प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा का हिस्सा है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
orig_f2_1605313657
रामलीला में कुंभकर्ण वध करते हुए भगवान राम।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/38IBMWe

No comments:

Post a Comment

Please don’t enter any spam link in the comment

Featured post

https://ift.tt/DRsqSPU

from Khaskhabar.com Jokes RSS Feeds https://ift.tt/kyvnHEa https://ift.tt/DRsqSPU

Post Bottom Ad

Pages