(दिग्विजय कुमार) मुजफ्फरपुर से अलग हाेकर शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली अब स्वतंत्र जिला है। यानि, मुजफ्फरपुर एक से चार जिला हाे गया। इन जिलाें की विधि-व्यवस्था संभालने के लिए चार-चार डीएम-एसपी की तैनाती है। पर, सरकार तक हमारी आवाज काे पहुंचाने वाले विधायकाें की संख्या कम हाेते चली गई। जबकि, वाेट की चाेट से आवाज देने वालाेंं की संख्या करीब छह गुना अधिक हाे गई है। 1952 के बाद से लेकर अबतक के चुनावी आंकड़ाें पर गाैर करें ताे अविभाजित मुजफ्फरपुर से 1952 के विस चुनाव में जहां 31 विधायक चुनकर पटना पहुंचे थे। वहीं अब इन चार जिलाें से महज 28 विधायक चुनकर विधानसभा तक पहुंचते हैं। हम कह सकते हैं कि विधि-व्यवस्था के नाम पर भले ही हम एक से हम चार जिला हाे गए। वाेटराें की संख्या करीब छह गुना बढ़ गई। पर, हमारी आवाज काे विधानसभा तक पहुंचाने वालाें की संख्या कम हाे गई है। अविभाजित मुजफ्फरपुर के विधानसभा क्षेत्र मेजरगंज, शिवहर कम बेलसंड, सीतामढ़ी दक्षिण, सीतामढ़ी पश्चिम, रून्नी सैदपुर, पुपरी दक्षिण, पुपरी नाॅर्थ, साेनबरसा फ्रंटियर, सुरसंड, साहेबगंज, बरूराज, कांटी, कुढ़नी, महुआ, पारू नार्थ, पारू साउथ, लालगंज, हाजीपुर, राघाेपुर, मीनापुर, कटरा नार्थ, कटरा साउथ, मुजफ्फरपुर टाउन, मुजफ्फरपुर कम सकरा, पातेपुर व महनार। एक्सपर्ट व्यू 1952 का पहला चुनाव आजादी से पूर्व 1937 व 1946 के चुनाव क्षेत्र के आधार पर ही कराया गया था। लाेस व विस चुनाव एक साथ कराए गए थे। देश में 1956 में विधानसभा वार क्षेत्राें का पहला परिसीमन हुआ। 1976 में विधानसभा सीटाें की संख्या बढ़ाई गई। संभव है परिसीमन से सीटाें की संख्या कम और अधिक हुई है। -महंथ राजीव रंजन दास, चुनाव विश्लेषक पहले चुनाव में हर विस क्षेत्र में 53 हजार वोटर 1952 के विस चुनाव की मतदाता सूची काे देखें ताे अविभाजित मुजफ्फरपुर के प्रत्येक विधानसभा में औसतन 53 हजार वाेटर हुआ करते थे। वहीं 2020 के विस चुनाव के लिए तैयार मतदाता सूची में औसतन प्रत्येक विस में करीब 3 लाख वाेटर हाे गए हैं।1952 के पहले विस चुनाव में अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला में 16.57 लाख वाेटर थे। वहीं अब मुजफ्फरपुर जिले के महज 11 विधानसभा क्षेत्र में 32 लाख से अधिक वाेटर हैं। 1952 के पहले विधानसभा चुनाव में जिस विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वाेटर हुआ करते थे वहां दाे-दाे विधायक चुने जाते थे। अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला के शिवहर कम बेलसंड, महुआ, लालगंज तथा मुजफ्फरपुर कम सकरा विधानसभा क्षेत्र से दाे-दाे विधायक चुने गए थे। इस तरह अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला में भी नाम के 27 विधानसभा क्षेत्र थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today DM-SP goes to four, but three MLAs who voice to the government have reduced - VTM Breaking News

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Sunday, September 27, 2020

(दिग्विजय कुमार) मुजफ्फरपुर से अलग हाेकर शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली अब स्वतंत्र जिला है। यानि, मुजफ्फरपुर एक से चार जिला हाे गया। इन जिलाें की विधि-व्यवस्था संभालने के लिए चार-चार डीएम-एसपी की तैनाती है। पर, सरकार तक हमारी आवाज काे पहुंचाने वाले विधायकाें की संख्या कम हाेते चली गई। जबकि, वाेट की चाेट से आवाज देने वालाेंं की संख्या करीब छह गुना अधिक हाे गई है। 1952 के बाद से लेकर अबतक के चुनावी आंकड़ाें पर गाैर करें ताे अविभाजित मुजफ्फरपुर से 1952 के विस चुनाव में जहां 31 विधायक चुनकर पटना पहुंचे थे। वहीं अब इन चार जिलाें से महज 28 विधायक चुनकर विधानसभा तक पहुंचते हैं। हम कह सकते हैं कि विधि-व्यवस्था के नाम पर भले ही हम एक से हम चार जिला हाे गए। वाेटराें की संख्या करीब छह गुना बढ़ गई। पर, हमारी आवाज काे विधानसभा तक पहुंचाने वालाें की संख्या कम हाे गई है। अविभाजित मुजफ्फरपुर के विधानसभा क्षेत्र मेजरगंज, शिवहर कम बेलसंड, सीतामढ़ी दक्षिण, सीतामढ़ी पश्चिम, रून्नी सैदपुर, पुपरी दक्षिण, पुपरी नाॅर्थ, साेनबरसा फ्रंटियर, सुरसंड, साहेबगंज, बरूराज, कांटी, कुढ़नी, महुआ, पारू नार्थ, पारू साउथ, लालगंज, हाजीपुर, राघाेपुर, मीनापुर, कटरा नार्थ, कटरा साउथ, मुजफ्फरपुर टाउन, मुजफ्फरपुर कम सकरा, पातेपुर व महनार। एक्सपर्ट व्यू 1952 का पहला चुनाव आजादी से पूर्व 1937 व 1946 के चुनाव क्षेत्र के आधार पर ही कराया गया था। लाेस व विस चुनाव एक साथ कराए गए थे। देश में 1956 में विधानसभा वार क्षेत्राें का पहला परिसीमन हुआ। 1976 में विधानसभा सीटाें की संख्या बढ़ाई गई। संभव है परिसीमन से सीटाें की संख्या कम और अधिक हुई है। -महंथ राजीव रंजन दास, चुनाव विश्लेषक पहले चुनाव में हर विस क्षेत्र में 53 हजार वोटर 1952 के विस चुनाव की मतदाता सूची काे देखें ताे अविभाजित मुजफ्फरपुर के प्रत्येक विधानसभा में औसतन 53 हजार वाेटर हुआ करते थे। वहीं 2020 के विस चुनाव के लिए तैयार मतदाता सूची में औसतन प्रत्येक विस में करीब 3 लाख वाेटर हाे गए हैं।1952 के पहले विस चुनाव में अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला में 16.57 लाख वाेटर थे। वहीं अब मुजफ्फरपुर जिले के महज 11 विधानसभा क्षेत्र में 32 लाख से अधिक वाेटर हैं। 1952 के पहले विधानसभा चुनाव में जिस विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वाेटर हुआ करते थे वहां दाे-दाे विधायक चुने जाते थे। अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला के शिवहर कम बेलसंड, महुआ, लालगंज तथा मुजफ्फरपुर कम सकरा विधानसभा क्षेत्र से दाे-दाे विधायक चुने गए थे। इस तरह अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला में भी नाम के 27 विधानसभा क्षेत्र थे। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today DM-SP goes to four, but three MLAs who voice to the government have reduced

(दिग्विजय कुमार) मुजफ्फरपुर से अलग हाेकर शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली अब स्वतंत्र जिला है। यानि, मुजफ्फरपुर एक से चार जिला हाे गया। इन जिलाें की विधि-व्यवस्था संभालने के लिए चार-चार डीएम-एसपी की तैनाती है। पर, सरकार तक हमारी आवाज काे पहुंचाने वाले विधायकाें की संख्या कम हाेते चली गई। जबकि, वाेट की चाेट से आवाज देने वालाेंं की संख्या करीब छह गुना अधिक हाे गई है।

1952 के बाद से लेकर अबतक के चुनावी आंकड़ाें पर गाैर करें ताे अविभाजित मुजफ्फरपुर से 1952 के विस चुनाव में जहां 31 विधायक चुनकर पटना पहुंचे थे। वहीं अब इन चार जिलाें से महज 28 विधायक चुनकर विधानसभा तक पहुंचते हैं। हम कह सकते हैं कि विधि-व्यवस्था के नाम पर भले ही हम एक से हम चार जिला हाे गए। वाेटराें की संख्या करीब छह गुना बढ़ गई। पर, हमारी आवाज काे विधानसभा तक पहुंचाने वालाें की संख्या कम हाे गई है।

अविभाजित मुजफ्फरपुर के विधानसभा क्षेत्र
मेजरगंज, शिवहर कम बेलसंड, सीतामढ़ी दक्षिण, सीतामढ़ी पश्चिम, रून्नी सैदपुर, पुपरी दक्षिण, पुपरी नाॅर्थ, साेनबरसा फ्रंटियर, सुरसंड, साहेबगंज, बरूराज, कांटी, कुढ़नी, महुआ, पारू नार्थ, पारू साउथ, लालगंज, हाजीपुर, राघाेपुर, मीनापुर, कटरा नार्थ, कटरा साउथ, मुजफ्फरपुर टाउन, मुजफ्फरपुर कम सकरा, पातेपुर व महनार।

एक्सपर्ट व्यू

1952 का पहला चुनाव आजादी से पूर्व 1937 व 1946 के चुनाव क्षेत्र के आधार पर ही कराया गया था। लाेस व विस चुनाव एक साथ कराए गए थे। देश में 1956 में विधानसभा वार क्षेत्राें का पहला परिसीमन हुआ। 1976 में विधानसभा सीटाें की संख्या बढ़ाई गई। संभव है परिसीमन से सीटाें की संख्या कम और अधिक हुई है। -महंथ राजीव रंजन दास, चुनाव विश्लेषक

पहले चुनाव में हर विस क्षेत्र में 53 हजार वोटर

1952 के विस चुनाव की मतदाता सूची काे देखें ताे अविभाजित मुजफ्फरपुर के प्रत्येक विधानसभा में औसतन 53 हजार वाेटर हुआ करते थे। वहीं 2020 के विस चुनाव के लिए तैयार मतदाता सूची में औसतन प्रत्येक विस में करीब 3 लाख वाेटर हाे गए हैं।1952 के पहले विस चुनाव में अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला में 16.57 लाख वाेटर थे।

वहीं अब मुजफ्फरपुर जिले के महज 11 विधानसभा क्षेत्र में 32 लाख से अधिक वाेटर हैं। 1952 के पहले विधानसभा चुनाव में जिस विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वाेटर हुआ करते थे वहां दाे-दाे विधायक चुने जाते थे। अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला के शिवहर कम बेलसंड, महुआ, लालगंज तथा मुजफ्फरपुर कम सकरा विधानसभा क्षेत्र से दाे-दाे विधायक चुने गए थे। इस तरह अविभाजित मुजफ्फरपुर जिला में भी नाम के 27 विधानसभा क्षेत्र थे।



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